महाशिवरात्रि का व्रत कब खोला जाता है
अधिकतर लोगों की समस्या रहती है की महाशिवरात्रि का व्रत कब खोला जाता है?
सनातन धर्म में तथा संपूर्ण भारत में महाशिवरात्रि का पर्व एक बहुत ही खास होता है। इस दिन कई लोग व्रत धारण करते हैं ! /HTML
तथा यह व्रत माता पार्वती और शिव जी को समर्पित होता है मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।
इस दिन को उनकी विवाह की वर्षगांठ के रूप में भी मनाया जाता है।इस इस दिन व्रत धारण करके शिव जी की पूजा तथा आराधना की जाती है।
हिंदू समाज में कई महिला तथा पुरुष इस दिन निर्जला या अपनी श्रद्धा अनुसार व्रत धारण करते हैं।
महाशिवरात्रि व्रत की शुरुआत
- शिवरात्रि में चार पहर पूजा की जाती है
- महाशिवरात्रि का व्रत पूरे दिन धारण करना पड़ता है
इसके पश्चात तिथि समाप्ति के बाद व्रत खोला जाता है। - कहा जाता है इस दिन नमक का सेवन नहीं किया जाता लेकिन आप सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं
- भगवान को फलों का प्रसाद चढ़ाना चाहिए तथा खट्टे फलों को चढ़ाने से बचना चाहिए
- शिवरात्रि के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करके शिवालय जा कर पूजा करनी चाहिए
- शिवजी को पंचामृत और बेलपत्र अवश्य अर्पित करें
- यदि आपसे शिव पूजा में कोई सामग्री या किसी वस्तु की उपलब्धता नही हो तो भगवान शिव को अपना सच्चा मन और पूर्ण श्रद्धा अर्पित करें
- सबसे आवश्यक चीज सच्चे मन से ही शिव की आराधना और पूजन करें
महाशिवरात्री में क्या खाएं
इस पावन पर्व पर कई महिला और पुरुष फल या फरियाली उत्पाद का सेवन करते हैं और जिन्हें कुछ बीमारी है और गोली या medicine का सेवन करते हैं तो इन्हे खाली पेट नही रहना चाहिए
ऐसे लोगो को अपने डॉक्टर से परामर्श ले लेना चाहिए
और व्रत में आहार के विषय मे पुजारी या पंडित से परामर्श ले लेना चाहिए
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